शारीरिक स्वास्थ्य:
योगासन, प्राणायाम और ध्यान से शरीर लचीला, मजबूत और रोगमुक्त बनता है।
मानसिक संतुलन:
तनाव, चिंता और अवसाद को दूर करने में योग अत्यंत प्रभावी है।
मन की एकाग्रता और शांति बढ़ती है।
आध्यात्मिक विकास:
आत्म-चिंतन और आत्मज्ञान की ओर प्रेरित करता है।
जीवन के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित होता है।
अनुशासन और नैतिकता:
योग में यम (नैतिक आचरण) और नियम (स्वअनुशासन) जैसे सिद्धांत शामिल होते हैं।
व्यक्ति में करुणा, सत्य, अहिंसा जैसे गुण विकसित होते हैं।