विवाह जीवन का सबसे अहम निर्णय होता है, जिसमें साथी का सही चुनाव बहुत जरूरी है। भारतीय ज्योतिष शास्त्र में कुंडली मिलान द्वारा यह सुनिश्चित किया जाता है कि वर-वधु के ग्रह-नक्षत्र आपस में अनुकूल हैं या नहीं। इसके अंतर्गत अष्टकूट मिलान, मंगलीक दोष जाँच, दशा-महादशा विश्लेषण और संतान सुख योग का विशेष अध्ययन किया जाता है।